Nikshay Poshan Yojana Registration 2024: निक्षय पोषण योजना एप्लीकेशन फॉर्म, स्टेटस चेक
निक्षय पोषण योजना हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा टीबी (क्षय रोग) से पीड़ित लोगों की मदद के लिए शुरू की गई है। इस योजना के तहत, टीबी से ग्रसित मरीजों को केंद्र सरकार द्वारा इलाज के दौरान पौष्टिक आहार और अन्य आवश्यकताओं के लिए प्रतिमाह ₹500 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। टीबी एक गंभीर बीमारी है, और कई मरीजों के पास न तो इलाज के लिए पर्याप्त धन होता है और न ही बीमारी के दौरान पौष्टिक भोजन की व्यवस्था। ऐसे मरीजों की मदद के लिए सरकार इस योजना के माध्यम से वित्तीय सहायता उपलब्ध कराती है, ताकि वे उचित उपचार और आहार प्राप्त कर सकें।
निक्षय पोषण योजना भारत सरकार द्वारा टीबी (क्षय रोग) से पीड़ित मरीजों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई एक महत्वपूर्ण पहल है। इस योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में की गई, ताकि टीबी मरीजों को बेहतर पोषण और इलाज के दौरान वित्तीय सहायता मिल सके। टीबी एक गंभीर बीमारी है, और इसका सही इलाज और पौष्टिक आहार बहुत जरूरी है। लेकिन कई मरीज आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं, जिससे वे उचित इलाज और स्वस्थ भोजन का खर्च नहीं उठा पाते।
इस समस्या को ध्यान में रखते हुए निक्षय पोषण योजना के तहत केंद्र सरकार हर टीबी मरीज को प्रतिमाह ₹500 की राशि प्रदान करती है। यह धनराशि मरीजों के बैंक खातों में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से जमा की जाती है। इस योजना का उद्देश्य न केवल मरीजों को आर्थिक राहत देना है, बल्कि उनके स्वस्थ होने की प्रक्रिया को तेज करना भी है। निक्षय पोषण योजना से टीबी मरीजों को न सिर्फ आर्थिक सहायता मिलती है, बल्कि यह उनकी सेहत में सुधार लाने के लिए एक सार्थक कदम भी है।
Table of Contents
☰ Menu- Nikshay Poshan Yojana 2024
- Objective of Nikshay Poshan Yojana 2024
- Nikshay Poshan Yojana Registration Details - Key Points
- Nikshay Poshan Yojana के मुख्य तथ्य
- मरीजों की श्रेणी के आधार पर भुगतान अनुसूची
- Nishchay Portal के बारे में
- लाभार्थी से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी
- निक्षय योजना के अंतर्गत लाभ सर्जन
- डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण निर्देश
- हेल्थ स्टाफ का दायित्व
- लाभार्थी की अस्वीकृति होने के कारण
- Nikshay Poshan Yojana 2024 की पात्रता
- Nikshay Poshan Yojana 2024 के आवश्यक दस्तावेज़
- Nikshay Poshan Yojana Registration से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी
- Nikshay Poshan Yojana Registration: निक्षय पोषण योजना में रजिस्ट्रेशन कैसे करें
- Nishchay Portal Login: निक्षय पोर्टल पर लॉगइन करने की प्रक्रिया
- Nikshay Poshan Yojana लाभार्थी सूची निर्माण समय रेखा // Nikshay Poshan Yojana List Timeline
- Nikshay Poshan Yojana Check Status: निक्षय पोषण योजना स्टेटस चेक कैसे करें
- Nikshay ID search by Name: नाम से निक्षय आईडी कैसे निकालें
- How to use Nikshay ID: निक्षय आईडी का उपयोग कैसे करें
- Nikshay Poshan Yojana Helpline Number
Nikshay Poshan Yojana 2024
देशभर में टीबी से पीड़ित लगभग 13 लाख मरीजों को इस योजना के तहत लाभान्वित किया जाएगा। टीबी जैसी गंभीर बीमारी से लड़ने में दवाइयों के साथ-साथ पौष्टिक आहार भी बेहद महत्वपूर्ण होता है। यदि मरीज को उचित पोषण नहीं मिलता, तो उनकी स्थिति और भी गंभीर हो सकती है, यहां तक कि उनकी मृत्यु भी हो सकती है। टीबी के इलाज में जितनी आवश्यकता दवाइयों की होती है, उतनी ही जरूरी पोष्टिक भोजन भी होता है।
इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने निक्षय पोषण योजना 2024 की पहल की है, जिसका उद्देश्य टीबी मरीजों की मृत्यु दर को कम करना और उनके स्वास्थ्य में सुधार लाना है। इस योजना का लाभ लेने के लिए, टीबी मरीजों को उस स्वास्थ्य केंद्र पर पंजीकरण कराना होगा जहां उनका इलाज चल रहा है। निक्षय पोषण योजना एक प्रभावी कदम है, जिससे टीबी के खिलाफ लड़ाई में मदद मिलेगी। इस लेख में हम आपको इस योजना से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे। इसलिए, कृपया इस लेख को अंत तक पढ़ें और योजना का पूरा लाभ उठाएं।
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Objective of Nikshay Poshan Yojana 2024
टीबी (क्षय रोग) एक गंभीर बीमारी है, जो कई मामलों में जानलेवा साबित हो सकती है। टीबी के मरीज़ों के लिए केवल दवाइयां ही नहीं, बल्कि उचित पोषण भी बेहद आवश्यक है। अक्सर देखा गया है कि टीबी मरीज, दवाइयों के साथ सही आहार नहीं ले पाते हैं, जिससे उनकी स्थिति और भी गंभीर हो जाती है। डॉक्टरों के अनुसार, टीबी का प्रभावी इलाज तभी संभव है जब मरीज को दवाइयों के साथ-साथ पौष्टिक भोजन भी मिले। इसी को ध्यान में रखते हुए, केंद्र सरकार ने निक्षय पोषण योजना 2024 की शुरुआत की है।
इस योजना का उद्देश्य टीबी मरीजों को उनके इलाज के दौरान आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इसके तहत, टीबी के मरीजों को प्रतिमाह 500 रुपये की राशि दी जाती है, जिससे वे अपने लिए आवश्यक पोषक आहार खरीद सकें। यह सहायता तब तक जारी रहती है जब तक मरीज पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाते। यह पहल न केवल टीबी की रोकथाम में मददगार साबित होगी, बल्कि मरीजों के जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार लाएगी।
Nikshay Poshan Yojana Registration Details - Key Points
योजना का नाम | Nikshay Poshan Yojana |
---|---|
इनके द्वारा शुरू की गयी | पीएम नरेंद्र मोदी जी |
लाभार्थी | देश के टीबी से ग्रसित लोग |
उद्देश्य | टीबी मरीजों को इलाज के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना |
वित्तीय सहायता | प्रतिमाह 500 रुपये |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
ऑफिसियल वेबसाइट | https://nikshay.in/ |
Nikshay Poshan Yojana के मुख्य तथ्य
- 13 लाख से अधिक लाभार्थी: इस योजना के अंतर्गत 13 लाख से अधिक टीबी से पीड़ित लोगों को शामिल किया जाएगा, ताकि उन्हें आर्थिक सहायता और पौष्टिक भोजन मिल सके।
- डेटाबेस निर्माण: केंद्र सरकार इस योजना के तहत नामांकित सभी टीबी रोगियों का डेटाबेस तैयार करती है। इसमें रोगियों के स्वास्थ्य और सहायता से जुड़े आंकड़े समय-समय पर अपडेट किए जाते हैं।
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत सहायता: टीबी रोगियों को इस योजना के तहत दी जाने वाली मदद राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के तहत प्रदान की जाएगी।
- बैंक खाता विकल्प: यदि किसी मरीज का खुद के नाम से बैंक खाता नहीं है, तो वह किसी अन्य व्यक्ति के खाते का उपयोग कर सकता है। इसके लिए लाभार्थी को स्व-प्रमाणित सहमति पत्र देना अनिवार्य होगा।
- अतिरिक्त उपचार सहायता: नए रोगियों या औपचारिक रूप से उपचाराधीन मरीजों को 2 महीने के उपचार के लिए 1000 रुपये की अतिरिक्त आर्थिक सहायता दी जाएगी। यानी, प्रत्येक महीने 500 रुपये दिए जाएंगे।
- योजना का उद्देश्य: टीबी रोगियों को पौष्टिक आहार और इलाज के लिए वित्तीय सहायता प्रदान कर उनकी स्वास्थ्य सुधार प्रक्रिया को तेज करना।
मरीजों की श्रेणी के आधार पर भुगतान अनुसूची
मरीजों की श्रेणी | पहला प्रोत्साहन | दूसरा प्रोत्साहन | तीसरा प्रोत्साहन | चौथा प्रोत्साहन |
---|---|---|---|---|
नये मरीज | नामांकन के साथ | आईपी फॉलो – अप एग्जामिनेशन के बाद 2 महीने के लिए | फॉलो – अप एग्जामिनेशन के बाद 6 महीने के लिए | NA |
औपचारिक रूप से ईलाज वाले मरीज | नामांकन के साथ | आईपी फॉलो – अप एग्जामिनेशन के बाद 3 महीने के लिए | ईलाज के बाद 5 महीने के लिए | फॉलो – अप क्लिनिकल एग्जामिनेशन के बाद 8 महीने के लिए |
टीबी से पीड़ित व्यक्ति | नामांकन के साथ | फॉलो – अप एग्जामिनेशन के 2 महीने के लिए | क्लिनिकल एग्जामिनेशन के बाद 4 महीने के लिए | फॉलो – अप सेशन के दौरान 6 महीने के लिए |
Nishchay Portal के बारे में
निक्षय पोर्टल भारत सरकार द्वारा टीबी (क्षय रोग) के प्रबंधन और निगरानी के लिए विकसित एक केंद्रीकृत और एकीकृत सूचना प्रबंधन प्रणाली है। इस पोर्टल के माध्यम से देश के प्रत्येक टीबी रोगी का विवरण और स्वास्थ्य रिकॉर्ड को ट्रैक किया जाता है। निक्षय पोर्टल का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर टीबी रोगी को उचित इलाज, पोषण सहायता और निगरानी प्रदान की जा सके।
इस पोर्टल पर सार्वजनिक एवं निजी दोनों क्षेत्रों के स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए एकीकृत इंटरफेस उपलब्ध कराया गया है, जिससे वे टीबी रोगियों का विवरण आसानी से दर्ज और अपडेट कर सकते हैं। पोर्टल पर सभी रोगियों का रिकॉर्ड रखा जाता है, जिससे प्रत्येक रोगी के इलाज की स्थिति और उसकी स्वास्थ्य जानकारी की निगरानी की जा सकती है।
इसके अलावा, पोर्टल स्वास्थ्य कर्मचारियों को सीधी पहुंच प्रदान करता है, ताकि वे समय-समय पर मरीजों की जानकारी अपडेट कर सकें और योजना के लाभों को सुचारू रूप से रोगियों तक पहुंचा सकें। यह पोर्टल मोबाइल फ्रेंडली भी है, जिससे इसे कहीं से भी उपयोग किया जा सकता है, और स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच और निगरानी को बेहतर बनाया जा सकता है।
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लाभार्थी से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी
- बेनिफिशियरी आईडी: प्रत्येक लाभार्थी को एक विशेष बेनिफिशियरी आईडी प्रदान की जाएगी, जिससे उनकी पहचान की जाएगी। यह आईडी योजना के अंतर्गत सभी प्रक्रियाओं के लिए अनिवार्य होगी।
- बैंक खाता विवरण: लाभार्थियों को अपने बैंक खाता विवरण दर्ज करना आवश्यक है। इसमें निम्नलिखित जानकारी शामिल होनी चाहिए:
- बैंक का नाम
- ब्रांच का नाम
- ब्रांच आईडी
- आईएफएससी कोड
- बैंक अकाउंट नंबर
- पी एफ एम एस पंजीकरण: योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए लाभार्थियों का पी एफ एम एस (Public Financial Management System) के साथ पंजीकरण कराना अनिवार्य है। यह सुनिश्चित करता है कि धनराशि का वितरण सही तरीके से और पारदर्शिता के साथ किया जा सके।
- यूनीक आईडी: पी एफ एम एस द्वारा लाभार्थियों को एक यूनीक आईडी प्रदान की जाएगी, जिसे पंजीकरण के समय जमा करना अनिवार्य है। यह आईडी लाभार्थियों की पहचान को सुनिश्चित करती है और योजना के अंतर्गत सभी लेन-देन को ट्रैक करने में मदद करती है।
निक्षय योजना के अंतर्गत लाभ सर्जन
- लाभ का वितरण: निक्षय योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को लाभ केवल तभी प्रदान किया जाएगा जब डीटीओ (District Tuberculosis Officer) द्वारा यूजर आईडेंटिफाइड एस (Unique Status) का स्टेटस अपलोड किया जाएगा।
- प्रारंभिक राशि: लाभार्थी को नोटिफिकेशन के समय ₹1000 की राशि प्रदान की जाएगी। यह राशि उन्हें योजना के प्रारंभिक लाभ के रूप में मिलेगी।
- प्रतिमाह सहायता: ₹1000 की राशि प्राप्त होने के बाद, टीबी के उपचार के 56 दिन बाद लाभार्थी को प्रतिमाह ₹500 की राशि प्रदान की जाएगी। यह सहायता उपचार के दौरान उनकी पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगी।
- समाप्ति का समय: लाभ की राशि का वितरण 167 दिनों के पश्चात बंद कर दिया जाएगा। यदि किसी लाभार्थी का उपचार 167 दिन के बाद भी चल रहा है, तो उन्हें इस संबंध में विभाग को जानकारी प्रदान करनी होगी।
- ट्राईबल एरिया में अतिरिक्त सहायता: ट्राईबल एरिया में रहने वाले नागरिकों को ट्रांसपोर्ट सपोर्ट के रूप में ₹750 की राशि भी प्रदान की जाएगी, जिससे उनकी यात्रा खर्च में मदद मिलेगी।
- उपचार समर्थक को राशि: इस योजना के अंतर्गत उपचार समर्थकों को ₹1000 से लेकर ₹5000 तक की राशि भी प्रदान की जाएगी, जो उनके प्रयासों और योगदान के लिए मान्यता स्वरूप होगी।
डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण निर्देश
- बैंक खाता विवरण: लाभार्थियों को अपने बैंक खाता विवरण जमा करना अनिवार्य है। यह सुनिश्चित करेगा कि उन्हें समय पर वित्तीय सहायता प्राप्त हो सके।
- सटीकता का ध्यान रखें: बैंक खाता विवरण दर्ज करते समय यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि कोई भी जानकारी गलत न हो। किसी भी गलती से सहायता में देरी हो सकती है।
- पासबुक की फोटो कॉपी: लाभार्थी को अपनी बैंक पासबुक की फोटो कॉपी भी जमा करनी होगी। यह दस्तावेज़ उनकी पहचान और बैंक खाता की वैधता को प्रमाणित करने में मदद करेगा।
- रिश्तेदार के खाते में लाभ प्राप्त करना: यदि लाभार्थी अपने किसी रिश्तेदार के खाते में लाभ की राशि प्राप्त करना चाहता है, तो उसे इस संबंध में एक डिक्लेरेशन दर्ज करना होगा। यह प्रक्रिया पारदर्शिता सुनिश्चित करेगी।
- आधार नंबर जमा करना: लाभार्थी द्वारा आधार नंबर जमा करना भी अनिवार्य है। यह उनकी पहचान को प्रमाणित करने के लिए आवश्यक है और DBT प्रक्रिया में सुरक्षा बढ़ाता है।
हेल्थ स्टाफ का दायित्व
- रोगियों का नामांकन: हेल्थ स्टाफ का मुख्य दायित्व रोगियों का सही और समय पर नामांकन करना है, ताकि वे योजना का लाभ उठा सकें।
- जानकारी अपडेट करना: स्टाफ को पोर्टल पर रोगियों के इलाज से संबंधित जानकारी को नियमित रूप से अपडेट करना होगा, जिससे सभी संबंधित डेटा सही और अद्यतित रहे।
- आधार नामांकन की सुविधा: यदि किसी रोगी के पास आधार नहीं है, तो हेल्थ स्टाफ को आधार नामांकन की प्रक्रिया में सहायता प्रदान करनी होगी, ताकि रोगी को आवश्यक पहचान मिल सके।
- बैंक खाता खोलने में सहायता: रोगियों के लिए यदि बैंक खाता नहीं है, तो हेल्थ स्टाफ को उन्हें बैंक खाता खोलने में सहायता प्रदान करनी होगी, जिससे उन्हें वित्तीय सहायता प्राप्त हो सके।
- जागरूकता फैलाना: हेल्थ स्टाफ को योजना के बारे में जागरूकता फैलाने का कार्य भी करना होगा, ताकि अधिक से अधिक लोग योजना के लाभों से परिचित हो सकें।
- रिकॉर्ड एकत्र करना: रोगी के आधार कार्ड और बैंक खाता विवरण का रिकॉर्ड एकत्र करना भी स्टाफ का एक महत्वपूर्ण कार्य है, जो योजनाओं के सही कार्यान्वयन में मदद करेगा।
- स्थानांतरण के मामले में अध्ययन: यदि किसी रोगी को एक जिले से दूसरे जिले में स्थानांतरित किया जाता है, तो हेल्थ स्टाफ को रोगी के संपर्क विवरण का अध्ययन करना होगा, ताकि उनकी देखभाल सुनिश्चित की जा सके।
लाभार्थी की अस्वीकृति होने के कारण
- लाभार्थी का अभाव: यदि लाभार्थी का नाम पी एफ एम एस (Public Financial Management System) में उपलब्ध नहीं है, तो उसे योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा।
- डुप्लीकेट लाभार्थी: एक ही योजना में यदि किसी लाभार्थी का नाम और बैंक खाता संख्या डुप्लीकेट हैं, तो इससे लाभार्थी की अस्वीकृति हो सकती है।
- गलत बैंक खाता नंबर: यदि लाभार्थी द्वारा प्रदान किया गया बैंक खाता नंबर गलत है, तो यह भी अस्वीकृति का कारण बन सकता है।
- आधार नंबर का अभाव: यदि लाभार्थी के पास आधार नंबर नहीं है, तो वह योजना के तहत लाभ प्राप्त नहीं कर सकेगा।
- गलत एड्रेस सेंसस कोड: यदि लाभार्थी द्वारा गलत एड्रेस सेंसस कोड प्रदान किया जाता है, तो उसकी आवेदन प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है।
- गलत बैंक खाता विवरण: बैंक खाता विवरण में गलतियों के कारण भी लाभार्थी की अस्वीकृति हो सकती है।
- गलत बैच आईडी: यदि बैच आईडी गलत है, तो यह भी लाभार्थी की अस्वीकृति का कारण बन सकता है।
इन कारणों से लाभार्थियों को योजना का लाभ नहीं मिल पाता है, इसलिए सभी जानकारी को सही और अद्यतित रखना आवश्यक है।
Nikshay Poshan Yojana 2024 की पात्रता
- टीबी से ग्रसित व्यक्ति: इस योजना का लाभ केवल उन लोगों को मिलेगा जो टीबी (ट्यूबरकुलोसिस) से ग्रसित हैं। टीबी के मरीज़ ही इस योजना के पात्र होते हैं और उन्हें ही केंद्र सरकार द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
- निक्षय पोर्टल पर पंजीकरण: जिन मरीजों ने आधिकारिक निक्षय पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराया है, उन्हें ही इस योजना का लाभ मिलेगा। पंजीकरण प्रक्रिया पूरी करने के बाद ही मरीज़ को योजना का लाभ दिया जाएगा।
- इलाज की शर्त: वे मरीज़ जो पहले से ही टीबी का इलाज करवा रहे हैं, इस योजना के अंतर्गत पात्र माने जाएंगे। नए या पहले से इलाज कर रहे सभी मरीज इस योजना में शामिल हो सकते हैं।
इस प्रकार, योजना का उद्देश्य टीबी के मरीज़ों को इलाज के साथ-साथ पौष्टिक आहार के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है ताकि उनका उपचार सुचारू रूप से हो सके।
Nikshay Poshan Yojana 2024 के आवश्यक दस्तावेज़
- मेडिकल प्रमाण पत्र: टीबी से ग्रसित होने की पुष्टि के लिए डॉक्टर द्वारा प्रमाणित एक आवश्यक मेडिकल प्रमाण पत्र जमा करना अनिवार्य है। यह प्रमाण पत्र यह सुनिश्चित करेगा कि रोगी वास्तव में टीबी का इलाज करवा रहा है और योजना का पात्र है।
- आवेदन पत्र: लाभार्थियों को योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए एक सही ढंग से भरा हुआ आवेदन पत्र जमा करना होगा। इसमें उनकी व्यक्तिगत जानकारी, टीबी से संबंधित जानकारी और बैंक खाता विवरण शामिल होना चाहिए।
- बैंक अकाउंट पासबुक: बैंक अकाउंट का प्रमाण प्रस्तुत करने के लिए लाभार्थी को अपनी बैंक पासबुक की फोटो कॉपी जमा करनी होगी। इसमें बैंक का नाम, खाता संख्या, आईएफएससी कोड और शाखा का विवरण स्पष्ट होना चाहिए ताकि डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से लाभ सीधे लाभार्थी के खाते में भेजा जा सके।
इन दस्तावेजों के बिना योजना के तहत लाभ प्राप्त करना संभव नहीं होगा, इसलिए सभी दस्तावेज़ों को सही ढंग से तैयार और जमा करना आवश्यक है।
Nikshay Poshan Yojana Registration से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी
- लाभार्थी को निर्धारित फॉर्मेट में सर्वप्रथम आवेदन करना होगा।
- लाभ की राशि सीधे लाभार्थी के खाते में वितरित की जाएगी।
- यदि लाभार्थी के पास अपना खुद का खाता नहीं है तो वह अपने किसी परिवार के सदस्य के खाते में भी लाभ की राशि प्राप्त कर सकता है।
- 2 लाभार्थी एक खाते में लाभ की राशि नहीं प्राप्त कर सकते। प्रत्येक लाभार्थी का अलग खाता होना चाहिए।
- लाभार्थी को यह सुनिश्चित करना अनिवार्य है कि उसके द्वारा दर्ज की गई जानकारी सही हो।
- विभाग द्वारा बैंक अकाउंट डिटेल को वैलिडेट किया जाएगा।
- सभी लाभार्थियों का बैंक खाता विवरण डीटीओ के माध्यम से अप्रूव किया जाएगा।
Nikshay Poshan Yojana Registration: निक्षय पोषण योजना में रजिस्ट्रेशन कैसे करें
निक्षय पोषण योजना में आवेदन प्रक्रिया काफी सरल और ऑनलाइन माध्यम से की जाती है। नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करके आप इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं:
Step 1. ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं:
- सबसे पहले, आवेदक को Ministry of Health & Family Welfare की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- होम पेज पर पहुंचने के बाद, आपको "लॉगिन फॉर्म" दिखाई देगा।
Step 2. रजिस्ट्रेशन या लॉगिन करें:
- यदि आप पहले से रजिस्टर्ड हैं, तो आपको अपना यूजरनेम और पासवर्ड डालकर सीधे लॉगिन करना होगा।
- यदि आप रजिस्टर्ड नहीं हैं, तो "लॉगिन फॉर्म" के नीचे दिए गए New Health Facility Registration के विकल्प पर क्लिक करें।
Step 3. रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरें:
- रजिस्ट्रेशन के लिए नए पेज पर आपको एक फॉर्म मिलेगा, जिसमें आपको अपनी आवश्यक जानकारी जैसे राज्य, जिला, प्रोफाइल सर्विस प्रोवाइडर आदि विवरण भरने होंगे।
- सभी जानकारी सही-सही भरने के बाद, आपको "कंटिन्यू" बटन पर क्लिक करना होगा।
Step 4. यूनिक आईडी प्राप्त करें:
- सफल रजिस्ट्रेशन के बाद, आपको एक यूनिक आईडी कोड मिलेगा। इस कोड को सुरक्षित रखें, क्योंकि यह भविष्य में आपके काम आएगा।
Step 5. लॉगिन प्रक्रिया:
- रजिस्ट्रेशन के बाद, आपको दोबारा होम पेज पर जाकर लॉगिन करना होगा।
- लॉगिन फॉर्म में अपना यूजरनेम और पासवर्ड डालें, फिर "लॉगिन" बटन पर क्लिक करें।
Step 6. सफल नामांकन:
- लॉगिन करते ही आपके हेल्थ केयर सेंटर का इस निक्षय पोषण योजना में नामांकन पूरा हो जाएगा।
- इसके बाद, आप इस योजना के लाभार्थी बन सकते हैं और आपको निर्धारित सहायता राशि मिलनी शुरू हो जाएगी।
इस प्रकार आप आसानी से ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से निक्षय पोषण योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं और टीबी के इलाज के लिए आवश्यक आर्थिक सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
Nishchay Portal Login: निक्षय पोर्टल पर लॉगइन करने की प्रक्रिया
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: सबसे पहले, आपको निक्षय पोषण योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- होम पेज पर जाएं: वेबसाइट खुलने के बाद, आपके सामने होम पेज दिखाई देगा।
- लॉगिन ऑप्शन पर क्लिक करें: होम पेज पर, आपको लॉगिन का विकल्प दिखाई देगा। उस पर क्लिक करें।
- लॉगिन फॉर्म भरें: अब आपके सामने लॉगिन फॉर्म खुलकर आएगा। इस फॉर्म में आपको अपना यूजर नेम और पासवर्ड दर्ज करना होगा।
- लॉगिन बटन पर क्लिक करें: सभी जानकारी दर्ज करने के बाद, लॉगिन बटन पर क्लिक करें।
इस प्रकार, आप सफलतापूर्वक निक्षय पोर्टल पर लॉगिन कर सकते हैं और योजना से संबंधित सेवाओं का उपयोग कर सकते हैं।
Nikshay Poshan Yojana लाभार्थी सूची निर्माण समय रेखा // Nikshay Poshan Yojana List Timeline
क्र. सं. | क्रिया | समय सीमा |
---|---|---|
1 | प्रत्येक टीबी पेशेंट की बैंक अकाउंट तथा आधार कार्ड के साथ निक्षय में एंट्री और फॉलोअप डिटेल्स | उसी दिन |
2 | लाभार्थी सूची तैयार करने का दिन | हर महीने की 1 तारीख |
3 | लाभार्थी सूची की जांच करने का दिन | हर महीने की 3 तारीख |
4 | लाभार्थी सूची स्वीकृत होने का दिन | हर महीने की 5 तारीख |
5 | भुगतान का दिन | हर महीने की 7 तारीख |
Nikshay Poshan Yojana Check Status: निक्षय पोषण योजना स्टेटस चेक कैसे करें
निक्षय पोषण योजना के लाभार्थी अपना भुगतान और आवेदन स्टेटस निम्नलिखित प्रक्रिया से ऑनलाइन चेक कर सकते हैं:
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: सबसे पहले आपको निक्षय पोषण योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://nikshay.in/ पर जाना होगा।
- लॉगइन करें: होम पेज पर आपको लॉगिन फॉर्म दिखाई देगा।
- यदि आप पहले से पंजीकृत हैं, तो अपना यूजर नेम और पासवर्ड दर्ज करें।
- लॉगिन करने के बाद आप अपने डैशबोर्ड पर पहुंच जाएंगे।
- स्टेटस विकल्प चुनें: लॉगिन करने के बाद, डैशबोर्ड पर 'Payment Status' या 'Application Status' का विकल्प चुनें।
- आवश्यक जानकारी दर्ज करें: स्टेटस चेक करने के लिए आपको अपना रजिस्ट्रेशन नंबर, बैंक अकाउंट नंबर या आधार नंबर जैसी जानकारी दर्ज करनी होगी।
- स्टेटस देखें: जानकारी भरने के बाद, आप अपने भुगतान की स्थिति या आवेदन की स्थिति देख सकते हैं।
- भविष्य के लिए प्रिंट करें: आप अपने स्टेटस का प्रिंटआउट भी ले सकते हैं या स्क्रीनशॉट सेव कर सकते हैं।
इस प्रक्रिया के माध्यम से आप आसानी से निक्षय पोषण योजना के तहत अपना स्टेटस चेक कर सकते हैं और यह जान सकते हैं कि आपकी सहायता राशि कब आपके खाते में ट्रांसफर की जाएगी।
Nikshay ID search by Name: नाम से निक्षय आईडी कैसे निकालें
निक्षय पोर्टल पर नाम के आधार पर Nikshay ID खोजने के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन करें:
1. निक्षय पोर्टल पर जाएं:
- सबसे पहले, आपको निक्षय पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
2. लॉगिन करें:
- यदि आप पहले से पंजीकृत हैं, तो अपना यूजर नेम और पासवर्ड डालकर लॉगिन करें।
- यदि आप एक स्वास्थ्य अधिकारी या पंजीकृत उपयोगकर्ता नहीं हैं, तो आपको लॉगिन करने के लिए अपनी क्रेडेंशियल्स की आवश्यकता होगी।
3. नाम से खोजें:
- लॉगिन करने के बाद, आपको डैशबोर्ड पर मरीजों के बारे में जानकारी दर्ज करने या खोजने का विकल्प मिलेगा।
- यहां, आपको "Patient Search" या "Beneficiary Search" के विकल्प का चयन करना होगा।
- इसके बाद, एक सर्च बॉक्स खुलेगा जहां आप रोगी का नाम दर्ज कर सकते हैं।
4. अन्य विवरण दर्ज करें:
- खोज प्रक्रिया को सटीक बनाने के लिए, आप मरीज के जन्म की तारीख, जिला, राज्य, या अन्य जानकारी भी दर्ज कर सकते हैं।
5. Nikshay ID खोजें:
- जानकारी भरने के बाद, सर्च बटन पर क्लिक करें।
- अब पोर्टल आपके द्वारा दर्ज किए गए नाम और अन्य विवरणों के आधार पर संबंधित रोगी की Nikshay ID दिखाएगा।
6. Nikshay ID नोट करें:
- खोज परिणाम में, आप मरीज की Nikshay ID देख सकेंगे।
- आप इसे नोट कर सकते हैं या भविष्य में उपयोग के लिए सेव कर सकते हैं।
महत्वपूर्ण नोट: केवल स्वास्थ्य सेवा प्रदाता, पंजीकृत अधिकारी या पोर्टल के अधिकृत उपयोगकर्ता ही इस सुविधा का उपयोग कर सकते हैं।
How to use Nikshay ID: निक्षय आईडी का उपयोग कैसे करें
निक्षय आईडी का उपयोग विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है, खासकर टीबी रोगियों की पहचान और उनके उपचार को ट्रैक करने के लिए। यहां पर कुछ महत्वपूर्ण उपयोग दिए गए हैं:
- रोगी की पहचान: निक्षय आईडी का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक टीबी रोगी की पहचान करना है। यह एक यूनिक आईडी होती है जो रोगी को न केवल नाम बल्कि अन्य महत्वपूर्ण जानकारी से भी जोड़ती है।
- डेटा प्रविष्टि और ट्रैकिंग: स्वास्थ्य सेवा प्रदाता निक्षय आईडी का उपयोग करके रोगी के उपचार की जानकारी, फॉलो-अप डेट, और अन्य स्वास्थ्य संबंधित जानकारी पोर्टल पर दर्ज कर सकते हैं। यह डेटा रोगी की स्थिति को ट्रैक करने में मदद करता है और इसे आसानी से एक्सेस किया जा सकता है।
- भुगतान प्रक्रिया: टीबी रोगियों को निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत लाभ प्रदान करने के लिए, निक्षय आईडी का उपयोग भुगतान प्रक्रिया में किया जाता है। लाभार्थी की निक्षय आईडी से जुड़े बैंक खाते में सीधे राशि ट्रांसफर की जाती है।
- रिपोर्टिंग और विश्लेषण: स्वास्थ्य विभाग निक्षय आईडी का उपयोग रिपोर्ट बनाने और टीबी के मामलों का विश्लेषण करने के लिए कर सकता है। यह डेटा सरकार को टीबी प्रबंधन के लिए रणनीतियाँ विकसित करने में मदद करता है।
- सुविधाओं का लाभ उठाना: निक्षय आईडी के माध्यम से, रोगी विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाओं और योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं। जैसे, डॉक्टर से मिलने, जांच कराने, और उपचार के लिए आवश्यक संसाधनों को प्राप्त करने में सहायता।
- कंप्लेंट और फीडबैक: रोगी निक्षय आईडी का उपयोग करके अपनी समस्याओं या फीडबैक को संबंधित अधिकारियों तक पहुँचाने के लिए भी कर सकते हैं।
- नियमित फॉलो-अप: निक्षय आईडी का उपयोग नियमित फॉलो-अप के दौरान किया जाता है, जिससे स्वास्थ्य सेवा प्रदाता रोगी के उपचार की प्रगति को देख सकते हैं और आवश्यकता पड़ने पर आवश्यक कदम उठा सकते हैं।
निक्षय आईडी एक महत्वपूर्ण टूल है जो टीबी रोगियों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं की सटीकता और प्रबंधन में सुधार करता है। इसका सही उपयोग करने से न केवल रोगियों को बेहतर सेवाएँ मिलती हैं, बल्कि स्वास्थ्य प्रणाली की पारदर्शिता भी बढ़ती है।
Nikshay Poshan Yojana Helpline Number
हमने अपने इस लेख के माध्यम से निक्षय पोषण योजना 2025 से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कर दी है। यदि आप अभी भी किसी प्रकार की समस्या का सामना कर रहे हैं तो आप टोल फ्री नंबर पर संपर्क करके अपनी समस्या का समाधान कर सकते हैं। टोल फ्री नंबर 1800116666 है।
निक्षय पोषण योजना क्या है?
यह योजना टीबी रोगियों को पोषण सहायता प्रदान करती है ताकि वे उपचार के दौरान स्वस्थ रह सकें।
इस योजना का उद्देश्य क्या है?
योजना का उद्देश्य टीबी रोगियों को वित्तीय सहायता और पोषण प्रदान करना है, जिससे उनकी उपचार प्रक्रिया में सुधार हो सके।
कौन इस योजना का लाभ उठा सकता है?
केवल वे लोग जो टीबी से ग्रसित हैं और निक्षय पोर्टल पर पंजीकृत हैं, इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
इस योजना के तहत लाभार्थियों को कितनी राशि मिलती है?
लाभार्थियों को प्रारंभिक रूप से ₹1000 की राशि मिलती है और उसके बाद हर महीने ₹500 की राशि प्रदान की जाती है।
क्या लाभार्थी को बैंक खाता होना आवश्यक है?
हाँ, लाभार्थियों को अपने बैंक खाता विवरण को पंजीकरण में दर्ज करना अनिवार्य है।
क्या लाभार्थी किसी अन्य के बैंक खाते में राशि प्राप्त कर सकता है?
हाँ, यदि लाभार्थी का अपना बैंक खाता नहीं है, तो वह अपने परिवार के सदस्य के खाते में भी राशि प्राप्त कर सकता है।
निक्षय पोषण योजना में आवेदन कैसे करें?
आवेदक को आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर पंजीकरण फॉर्म भरना होगा और आवश्यक दस्तावेज़ जमा करने होंगे।
क्या लाभार्थी को आधार नंबर की आवश्यकता है?
हाँ, आधार नंबर का होना आवश्यक है, ताकि पहचान की पुष्टि की जा सके।
यदि लाभार्थी का पंजीकरण नहीं हुआ है, तो क्या करें?
उन्हें निक्षय पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा, ताकि वे योजना का लाभ उठा सकें।
क्या इस योजना का लाभ एक बार ही मिलता है?
नहीं, लाभार्थियों को योजना के अंतर्गत निरंतर सहायता मिलती है, जब तक वे उपचार प्राप्त कर रहे हैं।
लाभार्थी को किस प्रकार की चिकित्सा प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है?
लाभार्थियों को डॉक्टर द्वारा प्रमाणित चिकित्सा प्रमाण पत्र और अन्य दस्तावेज़ जमा करने होते हैं।
क्या लाभार्थी को अपनी बैंक पासबुक की फोटो कॉपी जमा करनी होगी?
हाँ, यह आवश्यक है कि लाभार्थी अपनी बैंक पासबुक की फोटो कॉपी जमा करे।
क्या योजना के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि है?
वर्तमान में कोई विशेष अंतिम तिथि नहीं है, लेकिन लाभार्थियों को समय पर पंजीकरण कराना चाहिए।
क्या लाभार्थी को पोषण संबंधी जानकारी भी उपलब्ध करानी होती है?
हाँ, लाभार्थी को अपने पोषण संबंधी विवरण और जरूरतों की जानकारी भी देनी होती है।
क्या लाभार्थी की जानकारी गलत होने पर उसका आवेदन अस्वीकार हो सकता है?
हाँ, यदि किसी भी जानकारी में त्रुटि पाई जाती है, तो आवेदन अस्वीकार किया जा सकता है।
किसी समस्या के मामले में कहां संपर्क करें?
लाभार्थियों को संबंधित स्वास्थ्य विभाग या निक्षय पोर्टल के हेल्पडेस्क से संपर्क करना चाहिए।
क्या निक्षय पोषण योजना की कोई अन्य विशेषताएं हैं?
योजना में उपचार समर्थक को ₹1000 से ₹5000 तक की राशि भी प्रदान की जाती है।
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